Synopsis of Rahul Gandhi press briefing on 18 December, 2018
श्री राहुल गांधी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि ये जो तीन चुनाव कांग्रेस पार्टी ने जीते है – मैंने अपने भाषणों में कहा था कि आज हिंदुस्तान में मुख्य लड़ाई है, गरीब जनता, कमजोर लोग, किसान, मजदूर, छोटे दुकानदारों की और दूसरी तरफ 15-20 सबसे बड़े उद्योगपतियों की। भाईयों और बहनों, मोदी जी ने पिछले साढ़े चार साल में साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए जो कि आपका पैसा है, उसे लेकर 15-20 लोगों की जेब में डाल दिए। ये जो चुनावों में जीत हुई है, ये हिंदुस्तान की गरीब जनता की, किसानों की, युवाओं की, मजदूरों की, छोटे दुकानदारों की जीत है।
मोदी जी दो हिंदुस्तान बनाते हैं – एक हिंदुस्तान 15-20 लोगों का, अमीरों की कर्जा माफी का, प्राईवेट हवाई जहाज का और दूसरा हिंदुस्तान- गरीब जनता का, मजदूरों का, किसानों का, छोटे दुकानदारों का।
हमने वायदा किया था कि चुनाव जीतने के 10 दिनों के अंदर कर्जा माफ होने का काम शुरु हो जाएगा; दो राज्यों में, मैं खुशी से कह रहा हूँ, छः घंटे नहीं लगे और तीसरे राज्य में भी होने वाला है।
मोदी जी साढ़े चार साल से प्रधानमंत्री हैं, एक रुपया उन्होंने हिंदुस्तान के किसान का कर्जा माफ नहीं किया- एक रुपया नहीं किया और मैं आपको यहाँ बताना चाहता हूँ कि कांग्रेस पार्टी और बाकी सब विपक्ष की पार्टियाँ एक होकर नरेन्द्र मोदी जी से कर्जा माफ करके ही दिखाएंगी। हम किसानों के साथ खड़े होंगे, हम उनके लिए लड़ेंगे, एक इंच पीछे नहीं हटेंगे और जब तक हिंदुस्तान के किसान का कर्जा माफ नहीं होगा मोदी जी को सोने नहीं देंगे, रात भर सोने नहीं देंगे ।
मैं आपको ये मैसेज देना चाहता था!
किसानों से कहना चाहता हूँ – ये देश आपका है, ये देश किन्हीं 15-20 उद्योगपतियों का नहीं है और आपके खिलाफ अन्याय हो रहा है, आप दिनभर काम करते हो, पसीना बहाते हो, खून देते हो, देश को भोजन देते हो और आपकी आवाज नहीं पहुँचाई जाती है। हम आपकी आवाज पहुँचाने का काम कर रहे हैं। हमने तीन राज्यों में कर दिया है और आप याद रखिए कि नरेन्द्र मोदी जी पर दवाब डालकर हम कर्जामाफी करवाएंगे, ये पहली बात है।
दूसरी बात, नरेन्द्र मोदी जी ने 15-20 लोगों का साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए माफ किया है। अनिल अंबानी जी पर 45 हजार करोड़ रुपए कर्जा है। फिर से दोहराता हूँ, 45 हजार करोड़ रुपए कर्ज हैं। मतलब – राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, सबका कर्जा शायद इसमें माफ हो सकता है, मतलब एक व्यक्ति को आपने राफेल मामले में चोरी करके पैसा दिया है, उसकी जांच होगी, उसकी जेपीसी होगी, पार्लियामेंट में उसके बारे में चर्चा होगी।
आपने हमें कहा था कि प्यार से आप चर्चा करना चाहते हैं, तो फिर आप दौड़ क्यों रहे हैं, भाग क्यों रहे हैं? अब आईए, राफेल के बारे में बात कीजिए।
आप देश को बताईए कि आपने किसानों का कर्जा माफ क्यों नहीं किया और आप देश को बताईए कि आप कब माफ करने जा रहे हैं?
सरकार द्वारा राफेल मामले में सर्वोच्च न्यायालय को दिए गए हलफनामे में टाइपो एरर (Typo error) से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री गांधी ने कहा कि मैंने आपसे बोला था कि अब बहुत टाईपो एरर निकलेंगे, अभी तो शुरुआत हुई टाइपो एरर की, एक के बाद एक टाईपो एरर निकलेंगे, आप देखना और जेपीसी के मामले में, राफेल के मामले में, किसान कर्जा माफी के मामले में, नोटबंदी के मामले में सबमें टाईपो एरर दिखाई देने शुरु हो जाएंगे। क्योंकि बेसिकली यहाँ क्या हो रहा है, बेसिकली हिंदुस्तान की जनता से चोरी की जा रही है, हिंदुस्तान के किसानों से चोरी की जा रही है, हिंदुस्तान के छोटे दुकानदारों से उनका पैसा छीन कर चोरी किया गया है। मैंने आपसे कहा है नोटबंदी दुनिया का सबसे बड़ा स्कैम था। मैं फिर से कह रहा हूं, नोटबंदी दुनिया का सबसे बड़ा स्कैम था। नोटबंदी इसका लक्ष्य था कि गरीबों से पैसा छीनो और अपने मित्रों को, जयशाह, अमित शाह, नरेन्द्र मोदी, इन सबके मित्रों को पैसा बांटो।
एक अऩ्य प्रश्न पर कि जहाँ भी आपकी सरकार बनी है आपने कर्जा माफ किया है, 2019 से पहले अगर मोदी सरकार किसानों का कर्जा माफ नहीं करती है तो अगर 2019 में आपकी सरकार बनती है तो क्या आप किसानों का कर्जा माफ करेंगे, श्री गांधी ने कहा कि ये तो गारंटी है, मतलब 100 प्रतिशत करेंगे। अगर मोदी जी नहीं करेंगे तो हम कराएंगे।
मैंने आपसे कहा था, मैंने छत्तीसगढ़ के किसानों से वायदा किया है, मैंने राजस्थान के किसानों से वायदा किया है, मैंने मध्यप्रदेश के किसानों से वायदा किया है, ठीक है, कहा था ना? मैंने क्या कहा था – 10 दिन में हो जाएगा। कितने दिन हुए? एक दिन हुआ, 2 स्टेट में हो गया। मतलब 10 गुना बेहतर परफोर्मेंस करके हमने दिखा दिया। तो यही नेशनल लेवल पर होगा, मगर मैं मुख्य सवाल ये उठा रहा हूं कि एक तरफ नोटबंदी औऱ राफेल, दूसरी तरफ किसान का कर्जा माफ। नरेन्द्र मोदी जी के पास च्वाइस थी, साढ़े चार साल उनके पास च्वाइस थी, मैं कर्जा माफ कर सकता हूं या फिर मैं चोरी करा सकता हूं या फिर मैं नोटबंदी कर अपने मित्रों को पैसा दे सकता हूं और उन्होंने निर्णय लिया कि वो किसानों का कर्जा माफ नहीं करना चाहते हैं और वो चोरी करवाना चाहते हैं- अनिल अंबानी से करवाई, नोटबंदी में करवाई।
अब हम नरेन्द्र मोदी जी पर ऐसा दबाव डालेंगे और सिर्फ कांग्रेस पार्टी नहीं, हिंदुस्तान का हर किसान एक को नहीं छोड़ने वाले हम, आप सबको लेकर हम कर्जा माफ करवाएंगे। आपके साथ कांग्रेस पार्टी खड़ी होगी और बाकी सब विपक्ष की पार्टियाँ पूरे देश में आपके साथ खड़ी होंगी। आप डरो मत, हिंदुस्तान के किसानों, आप घबराओ मत, आपका काम होने वाला है।
