Highlights of the Press Briefing 01 January 2019
I, Me, Mine and Myself. Modi Ji your I’s and lies have destroyed India’s societal fabric and India’s economytrampling upon constitutional institutions as also rights of individuals snatching livelihood and shutting down businesses.
श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि सबसे पहले तो आपको और आपके दर्शकों को नव वर्ष की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
नव वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी जी ने एक टेलीविजन एजेंसी को एक साक्षात्कार दिया। देश को उम्मीद थी कि 55 महीने बाद ही सही एक नई दशा और दिशा की शुरुआत मोदी जी करेंगे। परंतु मोदी जी का साक्षात्कार खोदा पहाड़, निकला चूहा साबित हुई। मोदी जी के साक्षात्कार का सारतत्व है- मैं, मेरा, मुझे और मैंने। 90 मिनट के इंटरव्यू में सब कुछ मोदी जी की ‘मैं’ के चारों तरफ की इर्द-गिर्द घूम रहा था। मोदी जी बड़ी विनम्रता से हम कहेंगे कि आपकी ‘मैं’ ने ही इस देश को नीतिगत तौर से 55 महीने में बर्बादी के कगार पर ला खड़ा किया है। 2019 में भी अगर पहले दिन की शुरुआत ही मैं, मेरा, मुझे और मैंने से करेंगे, तो देश भी फिर हम की ओर चल आपको चलता करने की तैयारी कर रहा है। 100 दिन अब आपके बचे हैं और उल्टी गिनती चालू है।
देश उम्मीद कर रहा था कि 10 वो मुद्दे, जो आपने इस देश से 55 महीने पहले वायदे किए थे, उन पर आप प्रकाश डालेंगे। देश को बताएं मोदी जी- पहला, 15 लाख रुपए जनता के खाते में आए या नहीं?
दूसरा, देश को बताते कि 80 लाख करोड़ रुपए कालाधन, जो 100 दिन में वापस आना था, 55 महीने के बाद एक रुपया भी उसमें से वापस आया या नहीं?
तीसरा, देश को बताते कि 2 करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष यानि 55 महीने में 9 करोड़ रोजगार जो आने थे, उनमें से 9 लाख रोजगार भी देश में पैदा हुए या नहीं?
चौथा, किसान को जुमला तो दिया था लागत पर 50 प्रतिशत मुनाफा देने का, पर मुनाफा तो दूर क्या किसान को लागत भी मिली या नहीं?
पांचवा, वायदा तो था व्यापार को सरल बनाने का, परंतु जीएसटी का गब्बर सिंह टैक्स लगाकर धंधा मंदा और व्यापार चौपट क्यों कर डाला?
छठा, नोटबंदी में कालाधन वालों की ऐश और रातों रात सफेद बनाया सारा कैश। अर्थव्यवस्था को किया साढ़े तीन लाख करोड़ का नुकसान। लाखों महिलाओं का वर्षों पुराना स्त्री धन लिया लूट, जनता लूटी 120 लोग बैंकों की लाइनों में मरे, इसका जवाब क्या है?
सातवां, राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता और खिलवाड़ क्यों किया, जम्मू-कश्मीर में 55 महीने में 428 जवान शहीद और 278 नागरिक मारे गए। नक्सलवाद ने 248 जवानों की जान ले ली, 378 नागरिक मारे गए, राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ क्यों?
आठवां, क्या ये सही नहीं कि भ्रष्टाचार आज सर चढ़कर बोल रहा है, आम जनमानस की जिंदगी हो या राफेल का 30 हजार करोड़ से अधिक का भ्रष्टाचार हो और देश जानना चाहता है कि अगर कुछ गलत नहीं तो फिर संयुक्त संसदीय समिति की जांच से परहेज क्यों?
और आखिरी, ये भी बता देते कि क्या गंगा माँ साफ हो गई? आपका सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड तो कहता है कि 39 में से 38 स्थानों पर आज भी गंगा माँ उतनी ही मैली है। 100 स्मार्ट सिटी में से कितनी बनी, 55 महीने में? शायद एक भी नहीं।
स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया और स्किल इंडिया का क्या हुआ, जिनका आपने नाम लेना ही छोड़ दिया? मेक इन इंडिया का क्या हुआ, क्योंकि नीति आयोग के मुताबिक तो मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ 0.5 प्रतिशत ही है?
अब तो ये भी हो गया कि इस देश में कच्चे तेल की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गिरने के बावजूद पेट्रोल 68 रुपया 65 पैसा प्रति लीटर है आम जनमानस के स्कूटर, मोटर साईकिल और कार का परंतु हवाई जहाज में यात्रा करने वाले का पेट्रोल 58 रुपया लीटर । क्या यही हैं अच्छे दिन, क्योंकि भुगत रहा है देश। इसका जवाब मोदी जी देते तो बेहतर होता।
Shri Surjewala said the monologue interview of Modi Ji turned out to be much ado about nothing. It was I, Me, Mine and Myself. Modi Ji your I’s and lies have destroyed India’s societal fabric and India’s economy trampling upon constitutional institutions as also rights of individuals snatching livelihood and shutting down businesses. We expected that in 2019 you will at least express regrets for the blunders of policy that you have committed but you have only paddled lies and that is indeed unfortunate. The nation suffers. As Modi Ji dithers and India wanted to know answers to your ten top notch promises.
1) Where are Rs. 15 lakhs that were promised in each Indian’s bank account by you?
2) Rs. 80 lakh crore of black money that was to be brought back to India within 100 days from off-shore, did it come and did India get benefit of that? The truth is that not a single Rupee could be brought back. You promised 2 crore jobs a year. It would be 9 crore jobs in 55 months but could you even create 9 lakh jobs for India’s young. Modi Ji you promised cost+50% profit to India’s farmers but they are forced to sell their onion crops at 50 paisa a Kg. Farmer distress and farmer suicide rules the roost. What happened to your promise?
3) GST has become ‘Gabbar Singh Tax’, you promised simplification of taxes but you have destroyed small and medium businesses by a flawed GST. Nation wanted to know the demonetization disaster and scam and the people responsible for it. Rs. 3.50 Lakh crore was lost by the Demo Disaster. 120 people died in bank lines. People lost their life’s earning, women of India lost their entire ‘Stree Dhan’, yet you continue to justify the demo scam and disaster.
4) National security has been deeply imperiled. In 55 months 428 Jawans were martyred in J&K alone as 278 civilians lost their lives to terrorism.
5) Naxalism cost us the lives of 248 Jawans and 378 civilians, yet you feel your Government has dealt with both with resilience. Nation wants to know how?
6) Corruption rules the roost, be it in the life of the common man or be it in the Defence deals like Rafale where Rs. 30,000 crore were snatched from a PSU and given to a crony friend of the Prime Minister. Prime Minister if you have nothing to hide, then why are you scared from holding a JPC which will have maximum numbers of NDA.
7) And lastly has ‘Ganga Maiya’ been cleaned for the report of the Central Pollution Control Board says that out of 39 places, it is still marred by the same deficiencies at 38 places.
8) Where are the 100 smart cities? For not even one has been constructed in last 55 months. Why don’t you any longer speak about Start-Up India, Stand-Up India, Skill-India, which have only become evaporated ‘Jumlas’.
9) What happened to Make-in India for ‘Niti Aayog’ says that the manufacturing growth is only 0.5%.
प्रधानमंत्री जी अब इतने लाचार हो गए हैं कि वो साक्षात्कार में ये भी नहीं बता रहे कि वो चुनाव कहाँ से लड़ेंगे या लड़ेंगे भी की नहीं?
This shows a defeatist Prime Minister for he is not even able to tell where he is going to contest the next Parliamentary election from or whether he is not going to contest the Parliamentary poll at all. So, with defeat written on the face as also in the arrogant words of I, Me, Mine and Myself, the first interview of 2019 has put entire future in perspective that now there are 99 days left for Modi Ji to be said ‘Bye-Bye’ by the people of India!
प्रधानमंत्री द्वारा कांग्रेस नेतृत्व पर आरोप लगाने संबंधी एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि इसे कहते हैं ‘चोर मचाए शोर’। राफेल की चोरी रंगे हाथों पकड़ी गई, राफेल में आज तक जेपीसी क्यों नहीं करवा रहे, इसका जवाब प्रधानमंत्री जी नहीं दे रहे हैं। अगर सबकुछ सही है तो संसद में सांसद तो आपके ज्यादा है, परंतु आप उनको भी राफेल के कागज नहीं दिखाना चाहते। इसका मतलब मोदी जी दाल में काला नहीं, राफेल की पूरी दाल काली है। अब साक्ष्य और तथ्य ये बता रहे हैं, अगस्ता वेस्टलैंड के उपकारी, परोपकारी और सहकारी भी मोदी सरकार निकली। आए दिन भाजपा शासन में एक नए भ्रष्टाचार का भांडा फोड़ होता है। नोटबंदी के भ्रष्टाचार में किस प्रकार से भाजपा के नेतागण फंसे हैं और अब तो दुर्भाग्य से बिहार में कल ही एक नई खबर आई कि नक्सलवादी जिन पर वहाँ की सरकार कार्यवाही नहीं कर पा रही, वो भाजपा नेताओं के खिलाफ बेलगाम होकर हत्या जैसा जघन्य कार्य कर रहे हैं और इसलिए कि 5 करोड़ रुपए की अदला बदली नक्सलिंयों के पैसों की भी हुई थी, क्या ये सही है मोदी जी? कहीं आपके बैंकों में जिसके डॉयरेक्टर अमित शाह जी हैं, वहाँ नोटबंदी के 5 दिन में 700-800 करोड़ रुपया जमा हो जाता है, उसी समय में 11 या 12 हजार करोड़ रुपया ऐसे बैंकों में जमा हो जाता है, जिनके तार कहीं ना कहीं भाजपा नेताओं से जुड़े हैं। तो इसलिए जांच तो आपकी होगी। तो इसलिए जाँच तो आपकी भी होगी। You cannot be accountability free or investigation free. In 2019, people of India will seek answers from you.
एक अन्य प्रश्न पर कि प्रधानमंत्री जी ने कांग्रेस मुक्त भारत के बजाय अब कांग्रेस कल्चर मुक्त भारत की बात कही है, क्या कहेंगे, श्री सुरजेवाला ने कहा कि इसे कहते हैं देर आए दुरुस्त आए। कांग्रेस इस देश की विचारधारा है, जंगे आजादी से लेकर आजतक, कांग्रेस एक सोच है, कांग्रेस एक रास्ता है, कांग्रेस एक विचार है, वो विचार है जिस विचार पर चलकर देश की आजादी के लिए लाखों लोगों ने जेलें काटी और फांसी के फंदे चूमे और अंग्रेजों से लड़े। मोदी जी का पितृ संगठन उन दिनों अंग्रेजों का पिठ्ठू था, इसलिए उन्हें जंगे आजादी की कुर्बानी की जानकारी नहीं। इतिहास के पन्नों में अगर झांक लेते तो शायद मालूम चल जाता। कांग्रेस को और कांग्रेस की विचाराधारा को जो इस देश की आत्मा के कण-कण में है, इस देश के सनातन ज्ञान की, इस देश की प्रगति और विकास की, इस देश के नव निर्माण की, इस देश के भाईचारे की, इस देश की सहिष्णुता की, इस देश के प्रजातांत्रिक मूल्यों की, इस देश की संवैधानिक परिपाटियों में कांग्रेस है। और मोदी जी I, me, mine, myself, मैं, मेरा और मुझे, काश आप उस अहंकार से बाहर निकल कर अगर इस देश की परिटापी को, परंपरा को, संस्कृति को देख पाते तो फिर आपको पूरा देश कांग्रेसमय नजर आता जो 2019 में होने वाला है। 3 राज्यों की हार के बाद अब आपने आपको दुरुस्त करने का प्रयास तो किया, पर वो भी खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे की तरह, वास्तविकता को पहचानिए क्योंकि अच्छे दिन आने वाले हैं, मोदी जी जाने वाले हैं।
प्रधानमंत्री द्वारा राम मंदिर पर अध्यादेश न लाए जाने संबंधी बयान पर क्या कहेंगे, श्री सुरजेवाला ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने एक बार फिर या तो ना समझी में, वो हमारे बुजुर्ग हैं, हम उनका आदर करते हैं, या फिर जानबूझ कर पूरे मामले को भटकाने का कुत्सित प्रय़ास किया। मामला सुप्रीम कोर्ट में है, हमारा ये मानना है कि राम मंदिर मुद्दे पर जो निर्णय सुप्रीम कोर्ट का आए, वो सब पक्षों को मानना चाहिए और सरकार को उसको लागू करने की जुम्मेदारी निभानी चाहिए। परंतु मोदी जी ने तो उसको भी पचड़े में डाल दिया, ये कहकर कि निर्णय के बाद भी अध्यादेश के चक्कर में डाल देंगे। यानि वो निर्णय का कभी पटाक्षेप नहीं होने देंगे। एक बात और साफ हो गई कि ना वो मोहन भागवत जी की बात मानते हैं और ना भाजपा नेताओं की और ना किसी और व्यक्ति विशेष की। तो मुझे उम्मीद है कि उनकी पार्टी के लोगों को अब ये बात समझ आ गई होगी।
On another question related to Ram temple issue, Shri Surjewala said- I fail to understand what does the Prime Minister mean? The issue is in the Hon’ble Supreme Court of India and Indian National Congress has repeatedly said and let me reiterate, we are neither confused like the Prime Minister nor are we trying to side step the issue. We, Indian National Congress believe that the matter remains pending with the Supreme Court of India and whatever decision is given by the Supreme Court should be adhered to and accepted by everyone, there is no need for an ordinance thereafter as Prime Minster is trying to derail. Which constituency is he trying to please? He has already rejected today and I hope, Shri Mohan Bhagwat and all other colleagues of his are listening to him carefully. He has rejected, his own party and RSS is demanding. We are happy that Prime Minister is today stating that the Supreme Court will decide the issue but he is trying to confuse and side step the issue by saying that the ordinance will come thereafter. That on the decision of the Supreme Court, there is no need for an ordinance Mr. Prime Minister that is the law of land and once they decide an inter-party issue, whatever they decide must be accepted and adhered to by everyone.
राफेल घोटाले के संबंध में प्रधानमंत्री द्वारा स्वयं पर कोई भी व्यक्तिगत आरोप न होने के दावे पर श्री सुरजेवाला ने कहा कि एक बार फिर मोदी जी ने देश को झूठ बोला, मोदी जी ने कहा कि उन पर कोई व्यक्तिगत आरोप नहीं, व्यक्तिगत आरोप तो मोदी जी केवल आप पर ही हैं और किसी और पर नहीं। फ्रांस के तत्कालीन राष्ट्रपति ओलांद ने ये कहा कि फ्रांस के साथ ये शर्त रखी गई कि राफेल का 30,000 करोड़ का ठेका सरकारी कंपनी एच.ए.एल से छीनकर अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस डिफेंस को दे दिया जाए। जब ओलांद जी से ये बात दोबार पूछी गई तो उन्होंने दोबारा इस बात पर अपनी पुष्टि की मुहर लगाई। फ्रांस के मौजूदा राष्ट्रपति मेक्रों साहब ने ये भी दोहराया कि वो फ्रांस्वा ओलांद जी की बात को नहीं झुठलाएंगे क्योंकि वो तो उस कमरे में थे ही नहीं, उस कमरे में मोदी जी थे और फ्रांस्वा ओलांद जी थे, इसलिए चार्ज तो व्यक्तिगत आपके ऊपर है कि जिन अनिल अंबानी जो को इस डेलिगेशन में आप लेकर गए थे, 30,000 करोड़ रुपए का ठेका सरकारी कंपनी से छीनकर आपने अनिल अंबानी की 12 दिन पुरानी कंपनी को क्यों दिलवाया, इस बात का जवाब देश मांगता है, इसलिए शायद मोदी जी अपनी पार्टी के सांसदों पर विश्वास ना कर जेपीसी नहीं करवाना चाहते, क्योंकि राफेल के गड़बड़झाले और घोटाले की फाइल किसी को दिखाना नहीं चाहते।
On a question related to PM’s assertion that there is no personal allegation against him on Rafale deal, Shri Surjewala said- Prime Minister again resorted to lie blatantly on the issue of Rafale scam. Modi Ji said there is no charge against him personally on Rafale, but the truth is that there are only charges against him personally and against no one else. French President Francois Hollande publically stated that a condition was put on the French Government that the Rs. 30,000 crores contract was to be taken away from Government company HAL and to be handed over to a 12 day old private company called Reliance Defence of Anil Ambani as a pre condition to purchase of 36 Rafale. When Mr. Francois Hollande was asked the question again he reiterated his stance that this was the pressure put on him. When the current France President Mr. Emmanuel Macron was asked, he said he cannot deny the statement of Mr. Francois Hollande for he was not present in the room and Mr. Francois Hollande and Prime Minister Modi was present then. So, the charge Modi Ji, is only against you of wrong doing, misuse of office and blatant corruption and cronyism and that is the reason perhaps why you are running away from a JPC probe where majority of the members will be of BJP, for if Rafale files come, if everybody was to see as to how the benchmark price was raised by none less than the Prime Minister causing a loss to public exchequer, you will be exposed and that is the truth.
सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए बयान पर पूछे एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि पाकिस्तान जाकर दावत उड़ाने और केक काटने की आदत इस देश के कौन से प्रधानमंत्री को है, वो भी बिन बुलाए मेहमान के तौर पर, ये पूरा देश जानता है। मोदी जी, कौन गया था बगैर बुलाए पाकिस्तान? मोदी जी, किसने जाकर वहाँ केक कटवाया और दावतें उड़वाई? मोदी जी, किसने पूरे देश का अपमान करवाया पाकिस्तान जाकर, जब वहाँ के फौज के जनरलों ने हमारे देश के प्रधानमंत्री को सेल्यूट करने से इंकार कर दिया, वो आप ही थे मोदी जी और रिटर्न गिफ्ट भी लेकर आए पाकिस्तान से। हमला हुआ, पठानकोट में एयरबेस पर, जान गई देश के जवानों की और मोदी जी फिर एक और रिटर्न गिफ्ट आप लेकर आए, बदनाम कुख्यात उग्रवादियों के सरगना आईएसआई को इस देश के 70 साल के इतिहास में पहली बार हिंदुस्तान की सरजमीं पर तफ्तीश करने के लिए निमंत्रण देकर मेहमान के तौर पर बुलाने वाले प्रधानमंत्री जी दुर्भाग्य से मोदी जी आप ही हैं और उसी बदनाम कुख्यात आईएसआई ने जांच कर आपके मेहमान के तौर पर दावतें खा वापस जाकर ये कहा कि हमने अपने सैनिकों की हत्या की थी, रिटर्न गिफ्ट आया उरी में, रिटर्न गिफ्ट आया जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में, जहाँ बार-बार आतंकवाद की घटनाएं हुई। आपने तो कहा था कि नक्सलवाद और उग्रवाद नोटबंदी के बाद खत्म हो जाएंगे, क्या हो गए? आपने तो कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक पर हम राजनीति कर रहे हैं, परंतु कांग्रेस अध्यक्ष राहुल जी और श्रीमती सोनिया गांधी जी ने तो सर्जिकल स्ट्राइक में हमारी फौज की प्रशंसा की, परंतु आपने क्या किया, 1947 से सर्जिकल स्ट्राइक तक जितनी सर्जिकल स्ट्राइक्स हमारी सेना ने की हैं, उनको आपने फाड़ कर कूड़ेदान में फेंक दिया, क्या देश की सेना के शौर्य को इस प्रकार से प्रोत्साहन दिया जाता है? देश की सेना के शौर्य के साथ देश की सेना के शौर्य पर अगर किसी ने राजनीति की शौर्य से खिलवाड़ किया, कुर्बानी से राजनीति की तो मोदी जी वो आप स्वयं हैं, इसलिए मोदी जी पहले अपने गिरेबान में झांकिए, फिर देश में पक्ष और विपक्ष के नेताओं पर इल्जाम लगाईए।
प्रधानमंत्री के दिए एक बयान से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि 2019 का चुनाव जनता बनाम ठगबंधन का चुनाव है। जनता विपक्ष के साथ है और ठगों का बंधन सत्तासीन है। ठगों के बंधन के अब 99 दिन बच गए हैं इसलिए मोदी जी ये जान लीजिए जल्दी-जल्दी जेपीसी की जाँच करवा लीजिए वरना चौकीदार के कई राज खुल जाएंगे।
चीन को लेकर प्रधानमंत्री के बयान से संबंधित एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि सच्चाई ये है कि डोकलाम पर मोदी जी ने क्या गुप्त समझौता चीन के साथ किया, ये देश को मालूम नहीं। क्या ये सही नहीं कि नॉर्थ डोकलाम और साउथ डोकलाम, दोनों जो सुरक्षा की दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण हैं, वो मोदी जी की चीन के प्रति ढुलमुल नीतियों के चलते आज उन पर चीन का कब्जा है? क्या ये सही नहीं कि चीन ने अपने बंकर, अपने टैंक्स, अपनी सेनाएं, भारत की सेना से केवल सौ फीट दूर तक बना ली और मोदी सरकार टस से मस नहीं हुई, उन्होंने चूँ तक नहीं की? क्या ये सच नहीं कि चीन ने आनन फानन में सरेआम चिकन्स नेक, जिसे सिलीगुड़ी कॉरिडोर भी कहते हैं, वहाँ तक कब्जा कर लिया, सड़क बना ली, मोटरेबल रोड़ बना ली, जिससे वो कभी भी हमारे साथ जो उत्तर पूर्व के प्रांत हैं, उस इलाके के ऊपर आक्रमण कर सकते है, कब्जा कर सकते हैं, पर मोदी जी ने कोई विरोध दर्ज नहीं करवाया? क्या ये सही नहीं कि हमारी रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री चीन गईं, प्रधानमंत्री जी ने कई बार वार्तालाप की पर एक बार भी मोदी जी, आपकी हिम्मत नहीं हुई कि लाल आँख दिखाकर चीन से बात कर सकें। एक ऐसी सरकार जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ किया हो और घुटने टेक दिए हों, कम से कम प्रधानमंत्री जी, अब राष्ट्रीय सुरक्षा पर तो ईमानदारी से जवाब देते तो अच्छा रहता।
