December 30, 2018
Randeep Singh Surjewala, In-charge, AICC Communication Deptt. addressed media at AICC Hdqrs, today.
श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि अब ये देश के समक्ष सच्चाई आना आवश्यक है कि अगस्ता वेस्टलैंड में मोदी जी ही हैं असली ‘दामदार’। मोदी सरकार ही है अगस्ता वेस्टलैंड की ‘हितकारी’, ‘उपकारी’, ‘सहकारी’, खुद की चोरी को छिपाने के लिए मचा रहे शोर – ‘चोर मचाए ’शोर’! ED अब बना ‘Embarrassing Disaster’
अगस्ता वेस्टलैंड व उसकी पैरेंट कंपनी फिनमेकेनिका को ‘षड़यंत्रकारी मदद, सहायता व संरक्षण देने की मोदी सरकार की कलई अब खुल गई है। अब वे अपनी कपटी भूमिका को छिपाने के लिए ‘मोदी बचाओ ऑपरेशन कवर -अप में लगे हैं। सच्चाई साफ है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व उनकी सरकार ने रहस्यमयी तरीके से अगस्ता वेस्टलैंड की ब्लैकलिस्टिंग मोदी सरकार के गठन के बाद रातों रात खत्म कर डाली। सच्चाई यह भी है कि मोदी जी व उनकी सरकार ने ब्लैकलिस्टेड कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड/फिनमेकेनिका के साथ सांठगांठ के चलते फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड से देश में निवेश की इजाजत दी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व उनकी सरकार ने तो ब्लैकलिस्टेड अगस्ता वेस्टलैंड को ‘मेक इन इंडिया’ का हिस्सा बनाया व भारतीय नौसेना की 100 हैलीकॉप्टरों की खरीद के लिए अनुमति भी दे दी। यही नहीं, मोदी जी और उनकी सरकार ने तो अगस्ता वेस्टलैंड / फिनमेकेनिका के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय अदालतों में मुकदमा हारने के बाद अपील तक नहीं की। और अब इस साजिश व सांठगांठ को छिपाने के लिए चोर दरवाजे से झूठ का जाल बुना जा रहा है। इसे कहते हैं ‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’। समय आ गया है कि देश पूरी सच्चाई जाने।
कांग्रेस सरकार द्वारा अगस्ता वेस्टलैंड पर की गई निर्णायक कार्यवाही– फरवरी 2010 में अंतर्राष्ट्रीय टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से 12 वीवीआईपी हैलिकॉप्टर की खरीद का कॉन्ट्रैक्ट अगस्ता वेस्टलैंड व उसकी पैरेंट कंपनी फिनमेकेनिका को मिला, जिसकी लागत 3,546 करोड रुपए निर्धारित हुई। 12 फरवरी, 2013 को मीडिया रिपोर्टस में हुई उत्पन्न शंकाओं के आधार पर कांग्रेस-यूपीए सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड हैलीकॉप्टर खरीद की जाँच के आदेश दिए, एफआईआर दर्ज कर पूरे मामले की जाँच सीबीआई को दी। 27 फरवरी, 2013 को राज्यसभा में तत्कालीन रक्षा मंत्री एके एंटनी जी ने अगस्ता वेस्टलैंड मामले पर संयुक्त संसदीय समिति के गठन का प्रस्ताव किया, लेकिन भाजपा ने इसे दरकिनार किया। 1 जनवरी, 2014 को यूपीए-कांग्रेस सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड से 12 हैलीकॉप्टर खरीद के कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया। तब तक अगस्ता वेस्टलैंड को 1,620 करोड रुपए का भुगतान किया जा चुका था व तीन हैलीकॉप्टरों की डिलीवरी भारत सरकार को हो गई थी। कॉन्ट्रैक्ट कैंसल करते ही कांग्रेस-यूपीए, सरकार द्वारा अगस्ता वेस्टलैंड की भारतीय बैंकों में जमा 240 करोड़ रुपए की गारंटी राशि को भुना लिया गया।
यूपीए-कांग्रेस ने सरकार ने मिलान, इटली में अगस्ता वेस्टलैंड के खिलाफ मुकदमा दायर किया। 23 मई, 2014 को यूपीए-कांग्रेस सरकार ने यूरो 2,28,00,00,00 (दो सौ अट्ठाईस मिलियन) की बैंक गारंटी को भुनाने के मुकदमें में भी जीत हासिल की। (संलग्न A1 देखिए)। इस प्रकार यूपीए-कांग्रेस सरकार ने 1,620 करोड़ रुपए के भुगतान के बदले अगस्ता वेस्टलैंड से 2,068 करोड़ रुपए वसूल लिए। इसके अतिरिक्त यूपीए-कांग्रेस सरकार ने अगस्ता के 3 हैलिकॉप्टरों को जब्त कर लिया, जो आज भी हमारे कब्जे में हैं। इन हैलिकॉप्टरों का मूल्य 295.50X3= 886.50 करोड रुपए है। इनकी कीमत भी शामिल करें तो यूपीए-कांग्रेस सरकार ने 1,620 करोड़ रुपए के भुगतान के एवज में अगस्ता वेस्टलैंड से कुल मिलाकर 2,954 करोड़ रुपए (2068+886.50) वसूल कर लिए। तो सरकार के खजाने को नुकसान होने की बजाए लगभग दोगुना पैसा कांग्रेस ने सरकार के खजाने में अगस्ता वेस्टलैंड से जब्त कर जमा करवा लिया।
एक तथ्य़ और है जो हमने किया। यूपीए-कांग्रेस सरकार ने 15 फरवरी, 2013 को नोटिस जारी कर अगस्ता वेस्टलैंड – फिनमेकेनिका को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया भी शुरु कर दी थी। इसके चलते 03 जुलाई, 2014 के विस्तृत आदेशानुसार (सीरियल नंबर 44 देखें) अगस्ता वेस्टलैंड को बैन व ब्लैकलिस्ट कर दिया गया। (संलग्न A2 देखिए) ये निर्णाय़क कार्यवाही की अगस्ता वेस्टलैंड के खिलाफ कांग्रेस ने, जांच शुरु की, एफआईआर दर्ज की, सीबीआई की मुकदमा दर्ज किया, कंपनी का कॉन्ट्रेक्ट कैंसिल किया, कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया, 1620 करोड़ के भुगतान के खिलाफ 2,954 करोड़ की रिक्वरी कर ली। ये हमने किया।
अगस्ता वेस्टलैंड के साथ मोदी सरकार की सांठगांठ तथा मिलीभगत– जुलाई, 2014 में मोदी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड और उसकी पैरेंट कंपनी फिनमेकेनिका पर लगे प्रतिबंध को समाप्त करने के लिए अटॉर्नी जनरल से विशेष राय ली। इसके उपरांत मोदी सरकार ने रक्षा मंत्रालय के आदेश दिनांक 22 अगस्त, 2014 से अगस्ता वेस्टलैंड व फिनमेकेनिका के बैन व ब्लैकलिस्टिंग को खत्म कर दिया। (संलग्न A3 देखें) क्यों, उनके खिलाफ तो सीबीआई का मुकदमा था, उनके खिलाफ तो जांच चल रही थी, फिर आप उनकी ब्लैकलिस्टिंग खत्म क्यों कर रहे थे? यही नहीं, 3 मार्च, 2015 को मोदी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड / फिनमेकेनिका को एयरइंडिया-2015 में ‘मेक इन इंडिया’ का हिस्सा बनाया (संलग्न A4 देखें)। 8 अक्टूबर, 2015 को मोदी सरकार ने फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड के माध्यम से अगस्ता वेस्टलैंड और टाटा के बीच स्थापित किए जाने वाले ज्वाईंट वेंचर- इंडियन रोटोक्राफ्ट लिमिटेड को भारत में AW-119 सैनिक हैलीकॉप्टर बनाने की इजाजत दे दी (संलग्न A5 देखें)। साल 2017 में मोदी सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड को 100 नौसेना हैलीकॉप्टरों के लिए भी बोली लगाने की अनुमति दे दी।
मोदी सरकार अगस्ता वेस्टलैंड / फिनमेकेनिका के खिलाफ सभी मुकदमे हारी और अपील दायर नहीं की– 8 जनवरी, 2018 को इटली की एक अपीलीय अदालत द्वारा 12 हैलिकॉप्टरों की भारत की बिक्री के मामले में अगस्ता के श्री जिएसेपे ओर्सी, पूर्व मुख्य कार्यकारी तथा श्री ब्रूनो स्पेग्नोलिनी हैलिकॉप्टर यूनिट के पूर्व प्रमुख को सभी आरोपों से बरी कर दिया। मोदी सरकर इस मामले में नुकसान की भरपाई के लिए सिविल पार्टी थी। 17 सितम्बर, 2018 को मिलान, इटली में एक उच्च न्यायालय ने 322 पृष्ठ के एक विस्तृत निर्णय से इस फैसले पर मुहर लगाई और किसी भी भारतीय अधिकारी द्वारा किसी प्रकार के भ्रष्टाचार या गड़बड़ी न होने के निर्णय की पुष्टि भी की। इस मामले में मोदी सरकार मुकदमे में पार्टी थी व मुकदमा हारी परंतु मोदी सरकार ने इस मामले में अपील दायर न करने का विकल्प चुना।
क्रिश्चयन मिशेल की झूठी पटकथा मोदी सरकार/ईडी ने जुलाई, 2018 में दुबई में लिखी– मोदी सरकार द्वारा खुद के गड़बडझाले व भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए अब विपक्ष पर कीचड़ उछाल बचने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। अगस्ता वेस्टलैंड के साथ अपनी सांठगांठ व षड़यंत्रकारी गठजोड़ को छिपाने के लिए मोदी जी व उनकी सरकार क्रिश्चयन मिशेल का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस षड़यंत्र की पटकथा तो दुबई में ही लिख दी गई, जब जुलाई, 2018 में क्रिश्चयन मिशेल की वकील रोजमैरी पैट्रिजी एन्जोस व उसकी बहन साशा ओजमैल ने सार्वजनिक तौर पर तथा विभिन्न भारतीय टेलीविजन चैनलों को इंटरव्यू देकर यह बताया कि मोदी सरकार व ईडी क्रिश्चयन मिशेल को दोष मुक्त करने की एवज में अगस्ता वेस्टलैंड मामले में कांग्रेस नेतृत्व की संलिप्तता बारे एक झूठा बयान दिलवाना चाहते हैं। ईडी आज उसी पटकथा को लागू कर रहा है (संलग्न A6 देखें)। उसकी प्रतिलिपी भी मैं आपको जारी कर रहा हूं।
अब देश ‘दामदार–चैकीदार’ से जवाब मांगता है। उसके अंतर्गत 6 सवाल हैं।
1- मोदी जी आपने अगस्ता वेस्टलैंड/फिनमेकेनिका की ब्लैकलिस्टिंग क्यों हटाई?
2- मोदी जी आपने ब्लैकलिस्टेड कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड/फिनमेकेनिका को ‘मेक इन इंडियां’ का हिस्सा क्यों बनाया?
3- मोदी जी आपने ब्लैकलिस्टेड कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड को फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड से निवेश की इजाजत दिलवा AW119 सैनिक हैलीकॉप्टर बनाने की इजाजत क्यों दी?
4- मोदी जी आपने ब्लैकलिस्टेड अगस्ता वेस्टलैंड को 100 नौसेना हैलीकॉप्टरों के लिए बोली लगाने की अनुमति क्यों दी?
5- मोदी जी आपकी सरकार अगस्ता वेस्टलैंड/फिनमेकेनिका के खिलाफ सभी मुकदमे कैसे हार गई तथा मुकदमों की अपील क्यों नहीं की?
6- मोदी जी क्रिश्चयन मिशेल का इस्तेमाल ‘षड़ंयत्रकारी पटकथा लिखने के लिए व खुद के गड़बड़झालों तथा घोटालों को छिपाने के लिए क्यों कर रही है?
बात साफ है कि चौकीदार चोर का पार्ट 2 अब तथ्यों और साक्ष्यों के समते देश के सामने है। आज तो ईडी आपको बचा लेगा, क्योंकि ईडी आपकी जेब में है, परंतु 2019 में जिस दिन सरकार बदलेगी, करारी शिकस्त आपके सामने है, देश की जनता निर्णय कर चुकी है, उस दिन अगस्ता वेस्टलैंड में मोदी जी और उनकी सरकार की सांठगांठ की जांच करवाने के लिए हम अवश्य कटिबद्ध रहेंगे।
Shri Randeep Singh Surjewala said- One thing is now clear that “Chowkidar is Daagdar” and “Daamdar” both. Chowkidar Chor hai, Part -2 is now getting unveiled. Modi Government is the benefactor, protector, abettor and supporter of Agusta Westland and they are making a lot of noise to hide their own thievery. The truth is that it is Prime Minister Modi and his Government, who have been aiding, abetting, helping and supporting Agusta Westland, which has been charged with serious wrong doing and his under investigation. In order to put a lid over their own misdeeds and misgivings, they are trying to hide behind the Enforcement Directorate (ED), which has become “Embarrassing Disaster”. Prime Minister of India needs to answer 6 questions to people of India.
Modi Ji, Please answer, why did you and your Government remove the blacklisting of Agusta Westland and Finmeccanica immediately after coming to power in July, 2014 and August, 2014? No.2. Modi Ji, why did you make a blacklisted Company like Agusta Westland, a part of make in India? Third, Modi Ji, why did you permit a blacklisted company like Agusta Westland to manufacture AW-119 military helicopters in India by giving them permission of investment through Foreign Investment Promotion Board (FIPB)? Fourthly, Modi Ji, why did you permit a blacklisted company Agusta Westland to bid for hundred naval helicopters needed by the Indian Navy? Fifthly, Modi Ji, how did your Government loose all the cases internationally from Agusta Westland and why have you chosen not to appeal to higher courts. Sixthly, Modi Ji, Is it not correct that you are using Christian Mischel as a sounding board to defend your own wrong doings and misdeeds. The truth is that even ED will not be able to change the exit date and fate of Modi Government, which is written on the wall. Panicking and running scared Prime Minister Modi and his Government are now indulging only in raking controversies and throwing mud to hide their own collusion with Agusta Westland. Indian National Congress is committed, in 2019 after Modi Government is evacuated by people of India from power something that he is running scared of, to investigate thoroughly, the nexus between Agusta Westland and Prime Minister Modi and his Government.
On a question if ED was acting at the behest of Modi Government, Shri Randeep Singh Surjewala said- I think, that is a gross understatement. ED has become an Embarrassing Disaster, but, let me say even ED cannot change the exit date and fate of Modi Government nor can they hide or put a lid over the collusion and connivance and conspiratorial partnership between Modi Government and Agusta Westland.
एक प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि मुझे लगता है कि ये सारे तथ्य़ कभी ना कभी अलग-अलग समय पर सार्वजनिक पटल पर थे और कई बार इनमें से कई तथ्यों की कुछ कड़ियां पत्रकार गोष्ठी के माध्यम से हमने पेश भी की। पर आज ये आवश्यक हो गया कि देश जाने कि राफेल के साथ-साथ अगस्ता में भी “दामदार और दागदार”, दोनों हैं चौकीदार। अगस्ता वेस्टलैंड के असली दामदार मोदी जी हैं, अगस्ता वेस्टलैंड को बचाने वाले मोदी जी हैं, अगस्ता वेस्टलैंड के संरक्षक मोदी जी हैं, अगस्ता वेस्टलैंड के सपोर्टर मोदी जी हैं और उनकी सरकार है। अगस्ता वेस्टलैंड के खिलाफ जो कांग्रेस सरकार ने ब्लैकलिस्टिंग और बैन की कार्यवाही की थी, उसे हटाकर रक्षा सौदों में शामिल करने वाले भी मोदी जी और उनकी सरकार है। इसलिए देश जान ले कि चौकीदार ही है, “दागदार और दामदार”।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि बड़े कमाल की बात ये है कि मुझे दुख से ये कहना पड़ा कि बहुत सारे पत्रकार मित्रों ने भी ईडी के द्वारा षड़यंत्रकारी ढंग से जो दो लाइनें कही गई, उसकी जांच करने का प्रयास नहीं किया गया। क्या मोदी जी बताएंगे या उनके मंत्रीगण, जो कल से अपनी पीठ बहुत थपथपा रहे हैं कि क्या बयान है, क्या पुलिस के पास दिए गए बयान की कोई सेंटिटी (sanctity) है इस देश में? उसे 161 सीआरपीसी कहते हैं। 161 सीआरपीसी का स्टेटमेंट एक कागज का पुलिंदा है, जिसका साक्ष्यों के दृष्टिगत कोई मतलब नहीं, ये है असली सच्चाई। कांग्रेस ने की कार्यवाही अगस्ता वेस्टलैंड के खिलाफ। क्या ये सही नहीं कि कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड के खिलाफ एफआईआर दर्ज की? क्या ये सही नहीं कि कांग्रेस और यूपीए की सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड के खिलाफ जांच सीबीआई को दी? क्या ये सही नहीं कि कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड के कॉन्ट्रैक्ट को खारिज किया? क्या ये सही नहीं कि कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड की हिंदुस्तान की और अंतर्राष्ट्रीय बैंक गारंटी जब्त कर 2,068 करोड़ रुपए की रिकवरी कर ली, 1620 करोड़ रुपए की पेमेंट के अगेंस्ट। क्या ये सही नहीं कि कांग्रेस ने अगस्ता वेस्टलैंड के तीनों हैलिकॉप्टर जब्त किए? क्या ये सही नहीं कि कांग्रेस सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड को ब्लैकलिस्ट किया था? क्या ये सही नहीं कि मोदी जी ने इसके विपरीत अगस्ता वेस्टलैंड की ब्लैकलिस्टिंग को खत्म किया, उन्हें “मेक इन इंडिया” का हिस्सा बनाया, उनको फॉरेन इनवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड से इजाजत दी, उनको AW-119 हैलिकॉप्टर बनाने की इजाजत दी, उनको नेवल हैलिकॉप्टर में बिडिंग की इजाजत दी और उनके खिलाफ सारे मुकदमे हार गए? तो दोषी कौन हैं? तो दागदार चौकीदार ही है।
इसी के संदर्भ में एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि बात बड़ी सीधी है जुलाई 2018 में क्रिश्चयन मिशेल की वकील और उनकी बहन ने स्पष्ट तौर से हिंदुस्तान के टेलीविजन चैनलों, लगभग एक दर्जन टेलीविजन चैनल के नाम मैं गिनवा सकता हूं। उनको बाहर आकर बयान दिया और कहा कि क्रिश्चयन मिशेल कांग्रेस के नेतृत्व में किसी को जानता नहीं और ना कभी मिला। ये मैं नहीं कह रहा, ये उसकी रिपोर्ट जो आपने पब्लिश की है, वो मैंने साथ लगा दी है और उस पर दबाव डाला जा रहा है कि अगर वो झूठा नाम कांग्रेस नेतृत्व का ले देगा तो मोदी जी की ईडी जो है वो उसको क्लीन चिट दे, कहीं भी दुनिया में जाने की इजाजत दे देगी और उसको गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। ये मैं नहीं कह रहा हूं, ये खुद उनकी वकील और उनकी बहन ने बताया है। ये बात आप सबने बताई, परंतु वो सब दिखाने और बताने के बाद आज देश के मीडिया चैनल, पत्रकार, अखबार वो भूल क्यों गए? प्रश्न ये भी है।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि ये बाद में नहीं किया, ये तिथि मैं आपको दूंगा, प्रेस विज्ञप्ति तो आप पढ़ लेंगे, 12 फरवरी, 2013 से हम लगातार उन पर कार्यवाही करते आ रहे हैं। मैं पहले यही साफ कर दूं, 12 फरवरी, 2013 को यूपीए सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड पर जांच के आदेश दिए, एफआईआर दर्ज की, सीबीआई को ये जांच सौंप दी, एफआईआर दर्ज कर। 27 फरवरी, 2013 को हमने राज्यसभा में ये कहा सारे साक्ष्य, तथ्य और फाईलें बीजेपी और विपक्ष देख ले, हम इसके लिए जेपीसी बनाने के लिए तैयार हैं। विपक्ष बीजेपी ने कहा कि वो तैयार नहीं। 1 जनवरी, 2014 को हमने ये कॉन्ट्रैक्ट कैंसिल किया और उनके 240 करोड़ रुपए जब्त किए। 23 मई, 2014 को जो हमने मुकदमा इटली की कोर्ट में दायर किया था, उसका निर्णय आया और 228 मिलियन यूरो हमने और रिकवर कर लिए, तो 1,620 करोड़ रुपए की जगह 2,068 करोड़ रुपया और तीन हैलिकॉप्टर हमने जब्त किए और 15 फरवरी, 2013 से ब्लैकलिस्टिंग की कार्यवाही चल रही थी। कांग्रेस ने पहले दिन से कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड में अगर किसी ने कार्यवाही की, तो हमने की। कांग्रेस का या कांग्रेस के किसी नेता या नेतृत्व का इसमें पक्षपात का, किसी से मुलाकात का प्रश्न पैदा नहीं होता। ये सब का सब एक मोदी सरकार जो अगस्ता वेस्टलैंड के साथ सांठगांठ और मिलीभगत की दोषी है और जिसकी जांच मोदी जी को एक दिन फेस करनी पड़ेगी। ये उससे घबरा कर हार का सामना देख, अब वो घबरा कर इस प्रकार की बयानबाजी कर रहे हैं।
On a question related to the BJP’s statement about Christian Mischel, Shri Surjewala said- There are four issues here. Firstly, a statement made before police has no evidentiary value in law. No.2, I have not said so, Indian news papers including your publication has reported elaborately, as to how Christian Mischel’s lawyer and his sister made statements in July 2018, when he was in custody in Dubai, that Indian Prime Minister and ED they were pressurizing him to make a false and fabricated statement against Congress leadership while he knew nobody including anybody in the Gandhi- Nehru family. Thirdly, a conversation that happens between a lawyer and a client we have nothing to do with it. If there is any evidence, why are they hiding behind some fake or vague innuendo? Why don’t’ they place that evidence in public domain? I am placing here in public domain solid evidence of the action taken by the Congress Party against Agusta Westland, against Finmeccanica for blacklisting them, for banning them, for registering an FIR against them, for investigating them through CBI, for confiscating their bank guarantees, for wining cases against them, both here as also in courts in Italy and Modi Ji’s conduct is exactly the reverse. So, whom is he trying to hide? What is he trying to hide? By raising these innuendoes, the only thing that he is trying to do? Modi Government is in cahoots and its cohabitating with, is conniving with, is protector and benefactor and supporter of Agusta Westland and they are now trying to hide their own wrong doings and misdeeds by such insinuations and innuendos. But, they will have to face investigation and the link of Modi Government to Agusta Westland will be investigated for sure, once the Government changes in 2019.
उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की रैली के बाद भीड़ द्वारा एक पुलिस अधिकारी की हत्या से संबंधित पूछे एक प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि आदित्यनाथ सरकार में जंगलराज और गुंडाराज सिर चढ़ कर बोल रहा है। आए दिन रक्षक यानि पुलिस ही गुंडों का कोपभाजन बन गई है, तो जनता का क्या होगा? जिस प्रकार से इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह जी की दिन दहाड़े हत्या हुई और उसके बाद भाजपा नेताओं ने उसे आत्महत्या और आदित्यनाथ जी ने उसे एक्सिडेंट करार देने का कुत्सित प्रयास किया, ये जगजाहिर है। प्रधानमंत्री जी की रैली हो, प्रधानमंत्री जी की रैली में भाजपा के गुंडे पत्थर मार कर एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दें और आदित्यनाथ जी को शर्म आनी चाहिए कि वो उसके बाद दोषी गुंडों को सजा दिलाने की बजाय उसकी जिंदगी को कुछ रुपयों के अंदर आंकने का प्रयास करें। ना आज तक सुबोध कुमार सिंह जी के हत्यारों की सही जांच हुई, न सजा मिली और ना इस नौजवान पुलिस अधिकारी, जिसकी निर्मम और बर्बर हत्या हुई, उसकी जांच का कोई नामो निशान नजर आता। ये केवल दो घटनाएं नहीं, इससे पहले भी भाजपा के गुंडों ने एक एसपी के घर में घुसकर उसके बूढ़े माँ-बाप व धर्म पत्नि और बच्चों पर आक्रमण किया था। भाजपा के गुंडो ने दिन दहाड़े एक डीएसपी के मुँह पर थप्पड़ मारा था। भाजपा के विधायकों ने किस प्रकार से पुलिस अधिकारियों को प्रताड़ित किया था, समेत एक महिला पुलिस अधिकारी के, ये जगजाहिर है। तो इसलिए आदरणीय मित्रों उत्तर प्रदेश में आदित्यनाथ जी का शासन नहीं, भाजपा का शासन नहीं, वहाँ जंगलराज और गुंडा राज फैला हुआ है और वो भी तब जब प्रधानमंत्री जी की रैली हो तब एक पुलिस अधिकारी की हत्या हो जाए, इससे ज्यादा निंदनीय कोई बात हो नहीं सकती, कानून व्यवस्था का दिवाला निकल गया है।
Shri Surjewala Said- In Uttar Pradesh, Jungle Raj and Gundaraj prevails. When, the police, which is responsible for protecting and defending law and order, is under such swear attack, what will happen to the common person, you can well imagine. First, Police Officer Subodh Kumar Singh was murdered in broad day light. Aditya Nath Ji tried to brush it away as an accident. BJP legislators tried to state as a suicide. Till today, the murderers of Subodh Kumar Singh have not been punished and now in after Prime Minister’s really, another police officer has been mob lynched, have been killed by pelting stones. In a matter of less than 30 days, two-two police officers have been mob lynched in this fashion. Even earlier a police officer house was attacked by BJP’s goons. His children, wife and old parents were harassed. Even before that another DSP rank officer was slapped in broad day light. BJP leaders have been attacking and humiliating police officers including women police officers. The latest murder of Suresh Vats, the brave police officer, who has been mob lynched, is unpardonable and unacceptable. Law and order has broken down and Gundaraj prevails in UP.
बिहार में बिगड़ रही कानून व्यवस्था के संदर्भ में एक अन्य प्रश्न के उत्तर में श्री सुरजेवाला ने कहा कि नीतिश कुमार जी के शासन में अब जंगलराज सिर चढ़ कर बोल रहा है। जब उन्होंने कहा था कि जंगलराज हटाएंगे तो उसी जंगलराज को वो भाजपा के साथ मिलकर अब फिर ले आए हैं, वो चाहे व्यापारियों की दिन दहाड़े हो रही हत्या हो, चाहे भाजपा के और जो नीतिश बाबू की पार्टी है, उनकी पार्टी के एमएलसी और दूसरे पदाधिकारियों के परिवारों की गुंडो के द्वारा की जाने वाली हत्या हो, चाहे वो आम नागरिक के साथ होने वाली आए दिन की वारदात हो, बिहार में जनता का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। क्योंकि संगठित अपराध जिसको नीतिश बाबू की सरकार का संरक्षण है, वो बेकाबू हो गया है। ये तब से हुआ जबसे नीतिश बाबू ने एक अपवित्र गठबंधन में भाजपा से समझौता किया है। शायद भाजपा ने ये फैसला किया हुआ है कि हम तो डूबेंगे सनम, तुमको भी साथ लेकर डूबेंगे। चाहे नीतिश जी और भाजपा की सांझी बिहार सरकार हो, चाहे वो उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार हो, जंगलराज और गुंडा राज अब उनका पर्यायवाची बन गया है। नीतिश जी अपनी आत्मा की आवाज कब सुनेंगे, देश ये अब पूछ रहा है।
